क्या Pakistan ने सच में भारत का Rafale लड़ाकू जेट मारा था?
Social Media पर चल रहे हैं दावों में आख़िर कितनी सच्चाई है?
Rafale बनाने वाली French company के CEO ने खुद सामने आकर एक ऐसा खुलासा किया है जो सबको परेशान कर देगा और Pakistan के झूठ की पोल खोल देगा!
क्या था Pakistan का बड़ा दावा जिसका मचा हंगामा?
पिछले कुछ समय से, खास Social Media पर, Pakistan की तरफ से ये दावा किया जा रहा था कि “Operation Sindoor” के दौरों में भारत एक नहीं, बल्कि तीन Rafale लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया है। दावों में एक बड़ी बहन छुप गई थी, लेकिन अब इस मामले में एक बहुत बड़ा अपडेट आया है, सीधे हमारी company से जो Rafale बनती है।
Rafale बनाने वाली company के CEO का बड़ा खुलासा
Dassault aviation, वह French company जो Rafale जेट बनाती है, के चेयरमैन और CEO Eric Trappier ने सभी दावों को ” wrong and baseless ” बताया है। 15 जून को हुई एक प्रेस conference में उन्हें इस पूरे मामले की सच्ची दुनिया के सामने रखा गया।
“एक Rafale क्रैश जरूर हुआ, लेकिन…”
Eric Trappier ने ये माना कि भारत ने एक Rafale जेट जरूर खोया है, लेकिन इसके पीछे दुश्मन की कोई साजिश या हमला नहीं था।
- तकनीकी विफलता: उन्हें साफ कहा कि जेट एक “तकनीकी विफलता” यानि तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हुआ।
- प्रशिक्षण मिशन: ये हादसा एक प्रशिक्षण मिशन के दौरान हुआ था, जब जेट 12,000 मीटर (लगभाग 40,000 फीट) से भी ज्यादा की ऊंचाई पर था।
- नो एनिमी एंगेजमेंट: सबसे जरूरी बात, उन्हें कहा कि इस घाट में “कोई दुश्मनी शामिल नहीं थी” और ना ही किसी दुश्मन राडार ने जेट को लॉक किया था। क्या मामले की जांच अभी चल रही है।
technology ने दी गवाही, Pakistan का झूठ सामने आया
CEO ट्रैपियर ने बताया कि Rafale में उन्नत स्पेक्ट्रा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम लगे, हमने समय किसी भी तरह से दुश्मन की सगाई को रिकॉर्ड नहीं किया। इसके अलावा, जेट के दोस्त/दुश्मन की पहचान करने वाले उपकरण और Dassault को भेजे गए फ्लाइट लॉग्स से भी साफ है कि हमारे दौरों में कोई भी जेट कॉम्बैट यानी लड़ाई में तब तक नहीं हुआ।
भारतीय अधिकारियों का इस मामले पर क्या कहना है?
हलांकि, भारत सरकार या भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने अभी तक अधिकारिक (आधिकारिक तौर पर) तौर पर ऐसी कोई तकनीकी खराबी नहीं की है, जो Rafale के नुक्सान की पुष्टि नहीं करती है। लेकिन पिछले माहे, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग के दौरान ये जरूर माना था कि Operation Sindoor में IAF को कुछ नुक्सान हुआ था। Pakistan के 6 भारतीय विमानों को (जिसमें Rafale भी शामिल थे) को मार गिराने के दावे को “बिल्कुल गलत” बताया गया था।
क्या झूठे प्रोपेगेंडा के पीछे चीन (चीन) का हाथ है?
क्या पूरे मामले में एक नया और बड़ा एंगल सामने आ रहा है, जिसके तार चीन से जुड़ रहे हैं।
“स्मीयर अभियान” कोण
French खुफिया और सैन्य अधिकारियों के मुताबिक, Rafale लड़ाकू विमानों के खिलाफ झूठे “स्मीयर अभियान” के पीछे चीन का हाथ हो सकता है। एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, French अधिकारियों ने दावा किया कि मई में भारत और Pakistan के बीच हुई झड़पों के बाद चीन ने अपने दूतावासों (दूतावासों) को Rafale के प्रदर्शन पर सवाल उठाने के लिए जुटाया था।
क्या कदम का मकसद साफ है – Rafale फाइटर जेट की प्रतिष्ठा और उसकी बिक्री को बढ़ावा देना, क्योंकि Rafale को दुनिया के सबसे काबिल फाइटर जेट्स में से एक माना जाता है।