ना कोई बड़ा नाम, ना कोई ऑफिस!
कौन है ये सीक्रेट कंपनी जिसने दलाल स्ट्रीट से ₹36,500 करोड़ निकाल लिए? 🤯
स्टॉक मार्केट की दुनिया में आपने बड़े-बड़े नाम सुने होंगे, लेकिन आपने ‘जेन स्ट्रीट’ का नाम क्या सुना है? शायद नहीं! ये एक ऐसी गुप्त कंपनी है जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं, लेकिन इसने दलाल स्ट्रीट से पिछले दो सालों में ₹36,500 करोड़ का मुनाफा कमाया है। जी हां, आपने सही पढ़ा!
सवाल ये है कि आख़िर ये कंपनी है कौन और इसने इतना बड़ा मुनाफ़ा चुपके से कमा लिया? चलिए हाई-टेक मिस्ट्री को डिकोड करते हैं।
कौन है ये जेन स्ट्रीट? 🤔
जेन स्ट्रीट कोई सामान्य निवेश कंपनी नहीं है। ये न्यूयॉर्क की एक ‘क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग फर्म’ है। आसान शब्दों में, यहां निवेशक नहीं, गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी और कंप्यूटर वैज्ञानिक काम करते हैं। इनका काम है जटिल गणितीय मॉडल और सुपर-फास्ट कंप्यूटर प्रोग्राम जिनके दम पर ये ट्रेडिंग करते हैं।
क्या है इनका राज़ हथियार? 💻⚡
इनका सबसे बड़ा हथियार है हाई-फ़्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT)। सोचिये, इस पहले की आपकी पलकें झपकें, इनके कंप्यूटर हज़ारों ट्रेड पूरे कर चुके हैं।
ये सिस्टम इतना तेज़ है कि ये सेकंड के लाखों हिससे में स्टॉक के दाम में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव (जैसा 1 पैसे का फर्क) का फ़ायदा उठा लेता है। जब आप एक शेयर खरीदने का सोचते हैं, तब तक जेन स्ट्रीट जैसी फर्म के लाखों शेयर खरीदे जाते हैं और बेच चुकी होती हैं। इसी स्पीड के खेल से वो छोटा-छोटा प्रॉफिट जोड़कर अरबन रुपए कमाते हैं।
दलाल स्ट्रीट को ‘गेम’ करने का मौका! 🎲
“गेमिंग द सिस्टम” का मतलब है बाजार के नियमों को तोड़े बिना, अपनी बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तमाल करके एक अनुचित लाभ (अनुचित लाभ) उठाना। जेन स्ट्रीट पर आप ऐसी ही रणनीतियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सेबी की जांच में यह भी सामने आया है कि ये अलग-अलग खातों से एक ही समय पर खरीद और बिक्री जैसे ट्रेड करते थे, जिसे बाजार में एक कृत्रिम तरलता दिखती थी और वे समाप्ति के दिन कीमतों में हेरफेर करते थे।
तो अब आगे क्या?
सेबी ने इस मामले में सख्त कदम उठाए हैं। जेन स्ट्रीट को भारतीय प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया गया है और उनके ₹4,843 करोड़ के “गैरकानूनी लाभ” को जब्त करने का आदेश दिया गया है।
ये मामला बताता है कि दलाल स्ट्रीट अब सिर्फ इंसानों का नहीं, बल्कि एल्गोरिदम और सुपर कंप्यूटर का भी मैदान-ए-जंग बन चुका है।
क्या आप हाई-टेक ट्रेडिंग के बारे में सोच रहे हैं? टिप्पणियों में जरूर बताएं!